मूछों पे ताव देना तो खुद पापा ने सिखाया हे-
बेटा दरबार के कुल में पैदा हुआ हे तू, जिंदगी
जीना तो शान से, सर कट जाये पर झुकाना मत किसी की आन मे
दुनिया को राजपूतोँ से बहुत गिले है
क्युकी उन्हें राजपूतोँ से दर्द और जख्म ही मिले है
लेकिन राजपूत भी क्या करते
उन्हें हथियार विरासत में मिले है ॥
राजपुतो की सोच और राजपूतों की पहचान, दोनों तेरी औकात से बहार है.
गम हो या हो ख़ुशी हर गुलिस्ता महकाया करते हैं, मुस्कुराने की आदत है और मुस्कुराया करते हैं
बिकने वाले और भी हे है जा कर खरीद लो , हम राजपूत है, कीमत से नहीं किश्मत से मिला करते है ।
हमारी गर्जना विन्ध्य पर्वतों से टकराती है और हिमालय की चोटी तक जाती है |
गर्व है हमें जिस माँ के पूत हैं , जीतो क्यूंकि हम राजपूत हैं |
Thakur Abhinay Singh
जवाब देंहटाएंThakur Abhinay Singh
जवाब देंहटाएंJai maa Bhawani 🚩🚩🚩
जवाब देंहटाएंJai jai Rajputna, 🚩🚩🚩