रविवार, 10 जून 2018

गायकवाड राजवंश : बड़ौदा रियासत

गायकवाड़, गायकवार अथवा गायकवाड एक मराठा कुल है, जिसने 18 वीं सदी के मध्य से 1947 तक पश्चिमी भारत के वड़ोदरा या बड़ौदा रियासत पर राज्य किया था |


गायकवाड़ राजवंश का झंडा

गायकवाड़ यदुवंशी श्री कृष्ण के वंशज माने जाते हैं तथा यादव जाति से आते हैं | उनके वंश का नाम गायकवाड़ – गाय और कवाड़ (दरवाजा) के मेल से बना है |
बड़ौदा के गायकवाड़ राजवंश की स्थापना मराठा जनरल पिलाजी राव गायकवाड़ द्वारा 1721 ई०में मुग़ल साम्राज्य से यह शहर जीतकर किया गया था |


वड़ोदरा का लक्ष्मी विलास महल

दामजी राव गायकवाड़ ने अन्य मराठा सरदार सदाशिव राव बाहू, श्री मत विश्वास राव, मल्हार राव होल्कर, जयप्पा और महादजी शिंदे के साथ मिलकर अफगानों के विरुद्ध तीसरे पानीपत युद्ध 1761 में भाग लिया था, जिसमे अफगान विजयी रहे थे | इस हार से मराठा रियासत कमजोर होते गए | गायकवाड अन्य मराठा सरदारों के साथ ब्रिटिश के विरुद्ध प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध 1802 में भी भाग लिया था |गायकवाड़ रियासत का भारत की आजादी के उपरांत भारत संघ में विलय कर दिया गया|

[edit ]Gaekwad Maharajas of Baroda
Maharaja SAYAJIRAO 1
· Pilaji Rao Gaekwad (1721–1732)
· Damaji Rao Gaekwad (1732–1768)
· Govind Rao Gaekwad (1768–1771)
· Sayaji Rao Gaekwad I (1771–1789)
· Manaji Rao Gaekwad (1789–1793)
· Govind Rao Gaekwad (restored) (1793–1800)
· Anand Rao Gaekwad (1800–1818)
· Sayaji Rao II Gaekwad (1818–1847)
· Ganpat Rao Gaekwad (1847–1856)
· Khande Rao Gaekwad (1856–1870)
· Malhar Rao Gaekwad (1870–1875)
· Maharaja Sayyaji Rao III (1875–1939)
· Pratap Singh Gaekwad (1939–1951)
· Fatehsinghrao Gaekwad (1951–1988)
· Ranjitsinh Pratapsinh Gaekwad (1988-2012)
Samarjitsingh Ranjitsinh Gaekwad (2012-Present)


महाराजा सत्यजित राव I

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

🙏🏻 जय 🔱 भवानी। 🙏🏻
👑जय 💪🏻राजपूताना। 🔫
👑जय 💪🏻महाराणा प्रताप।🚩
🙋🏻‍♂️जय 👑सम्राट💪🏻पृथ्वीराज🎯चौहान।💣
👉🏻▄︻̷̿┻̿═━,’,’• Ⓡ︎ⓐⓝⓐ Ⓖ︎ 👈🏻