शनिवार, 27 अक्टूबर 2018

राजपूतों की मूँछे: आन-बान-शान

।। ॐ जय श्रीराम ।।


मुझे गोली मार सकते हो लेकिन मेरी मूछों को हाथ मत लगाना ।
मूछें हम राजपूतों की आन बान और शान का प्रतीक हैं ।

उपरोक्त शब्द थे दुश्मन से घिरे और घायल हमारे एक सुबेदार साहब के। यूपी के निवासी, लम्बे चौडे शरीर के धनी, श्यामल रंग, चेहरे पर बिखरे चेचक के दाग और गहरी और बड़ी बड़ी कटार नुमा मूछें एक सम्पूर्ण योध्दा।

1971 का युध्द चरम पर था दिसम्बर सात तारीख हमारी प्लाटून पाकिस्तान की तरफ से आ रहे एक सूखे नाले में उतरी जहा से आने वाले पाकिस्तानी टैंको को बरबाद करना हमारा लक्ष्य था । हम चार पाँच लोग नये थे हमें पीछे रखा गया था ।

लेकिन किसी गद्दार के जरिये यह खबर पाकिस्तानियों को लग गई थी और प्लाटून अम्बूस में फंस गयी। नाले के दोनों तरफ उँची पहाड़ियों पर बैठे दुश्मन ने गोलियों की बरसात कर दी।

कुछ शहीद हो गये बाकी बुरी तरह घायल । पीछे वाले कुछ बच निकले।
सबको घेर कर तलाशी शुरू हुयी एक पाकिस्तानी मेजर ने सुबेदार साहब की तलाशी ली तो जेब में राजपूत लिखे कंधा नम्बर मिले।

मेजर ―
" ओह राजपूत..!! "
तुम जानते हो हम हम मुस्लिम जब आगे बढते हैं तो हमें कोई रोक नही सकता।

सुबेदार साहब ― तो तुम्हे यह भी पता होगा कि हम राजपूतों का तो पूरा इतिहास ही खून से लिखा हुआ है । हमारे साथ धोखा हो गया नहीं आमने सामने की लड़ाई होती तो तुम्हे पता चलता कौन आगे बढता है और कौन पीछे।

मेजर ने गुस्से में सुबेदार साहब की मूँछों की तरफ हाथ किया और उसके हाथ को पकड़ कर झटकते हुय बोले तुम मुझे गोली मार सकते हो पर मेरी मुछों को हाथ मत लगाना।

मेजर ने अपने हाथ वापिस खींच लिये ।
घायल अवस्था में उनको कैद करके ले गये और एक साल बाद वो वापिस आये।

आज शायद वो इस दुनियाँ में नही हैं पर मैं सोचता हूँ कि बहादुरी का तब पता चलता है जब मौत इतनी निकट हो और आपके चेहरे पर उसका तनिक भी खोफ ना हो।

🙏।। जय श्री राम ।।🙏
✌।। ⚔ जय राजपूताना ⚔ ।।✌

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🙏🏻 जय 🔱 भवानी। 🙏🏻
👑जय 💪🏻राजपूताना। 🔫
👑जय 💪🏻महाराणा प्रताप।🚩
🙋🏻‍♂️जय 👑सम्राट💪🏻पृथ्वीराज🎯चौहान।💣
👉🏻▄︻̷̿┻̿═━,’,’• Ⓡ︎ⓐⓝⓐ Ⓖ︎ 👈🏻