सोमवार, 3 फ़रवरी 2025

वीरवर चांपा जी राठौड़


राठौड़ी कुल के वीर सपूत राव चांपा जी राठौड़ का जन्म मंडोर के राजा राव रिड़मल जी के घर हुआ। राव रिड़मल जी के पुत्र जोधा जी राठौड़ों के राजा बने और अन्य सभी भाई इस राठौड़ी राज के मजबूत स्तम्भ। 

राव जोधा जी और यह चौइस भाई थे। 
अखेराज जी, जोधा जी, कांधल जी, चाम्पा जी, मंडला जी, भाखर जी, पाता जी, रूपा जी, करण जी, मानडण जी, नाथो जी, सांडो जी, बेरिसाल जी, अड्मल जी, जगमाल जी, लखा जी, डूंगर जी, जेतमाल जी, उदा जी, हापो जी, सगत जी, सायर जी, गोयन्द जी, सुजाण जी। 

मंडोर को मेवाड़ से मुक्त कराने औऱ राठौड़ों की नई व मजबूत राजधानी जोधपुर के अधीन मारवाड़ जैसे मजबूत और विशाल साम्राज्य को खड़ा करने में चांपा जी जैसे वीर सपूतों का प्रमुख योगदान रहा। 

आगे भी मारवाड़ के लिए चांपा जी के वंशजों ने अनेकों बलिदान दिए औऱ राठौड़ी राज को मारवाड़ में स्थायित्व व ऊंचाईयां दी। 

चांपा जी के वंशज चम्पावत राठौड़ कहलाए। जिनके मारवाड़, मेवाड़, जयपुर, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और हरियाणा में बड़े ठिकाने है।

चांपा जी ने जोधपुर के लिए अनेकों युद्ध लड़े और जीते। जोधपुर राज्य की तरफ से चांपा जी को राव की पदवी व बनाड़ एवं कापरड़ा की जागीर मिली। वि.सं.1536 में राव चांपा जी मणीयारी के पास गायों की रक्षा में बलिदान हुए। 

आज राव चांपा जी राठौड़ की 612 वीं जयंती है। जिनके शौर्य को प्रदर्शित करती विशाल छतरी कापरड़ा गांव में आज भी अडिग खड़ी है। 

जोधा जी से बड़े होने पर भी चांपा जी राजा और रियासत के प्रति वफादार रहें और आजीवन अपना पूर्ण समर्पण दिया। 

ऐसे वीर सपूतों के त्याग, तप और वीरता के बल पर ही राज्य खड़े होते है, साम्राज्य खड़े होते है। आइए हम सब भी वीरों के उसी पथ के पथिक बनें जन्म सफल करें।

 🚩जय भवानी।🙏🏻
👑जय🤟🏻 राजपूताना।⚔️ 

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🙏🏻 जय 🔱 भवानी। 🙏🏻
👑जय 💪🏻राजपूताना। 🔫
👑जय 💪🏻महाराणा प्रताप।🚩
🙋🏻‍♂️जय 👑सम्राट💪🏻पृथ्वीराज🎯चौहान।💣
👉🏻▄︻̷̿┻̿═━,’,’• Ⓡ︎ⓐⓝⓐ Ⓖ︎ 👈🏻