सोमवार, 11 जून 2018

मराठा और राजपुत कौन है या इनका निर्माण कैसे हुआ ?

मराठा और राजपूत


मराठा जाति की उत्त्पत्ति द्वापर युग में महाभारत के युद्ध के पश्चात हुई।
मराठा जाति का निर्माण व्यास ऋषि, शुक ऋषि, वशिष्ठ ऋषि, वामदेव तथा अन्य ऋषिगणो ने मिल कर की।

मराठा जाति का मूल वंश सूर्यवंश है या मराठा जाति को पहले सूर्यवंशी के नाम से ही जाना जाता था।


सूर्यवंश को दो भागो में बांटा गया था

1. उत्तर
2. दक्षिणउत्तर के सूर्यवंशी क्षत्रियों को राजपूत कहा जाने लगा तथा दक्षिण के सूर्यवंशी क्षत्रियों को मराठा कहा जाने लगा।

इन दोनों जातियों को कलयुग से पहले सिर्फ सूर्यवंशी के नाम से जानाजाता था और आज भी इन दोनों जातियों का सरनेम एक से ही है :-

जैसे :- राणा, राणे, भोंसले, शिंदे, शिशोदिया, शिशोदे, सिंधिया, ठाकुर, ठाकरे, राठोड, राष्ट्रकुट, जगताप, चौहान, चव्हाण पवार, परमार, पंवार, जाधव, जादौन, पाटिल, सोलंकी, सालुंके, निकुंभ, निकम, निकुम्पा, देशमुख, गायकवाड़, भागवत, शेखावत, मोरे, मोर्य, जाधव, राव, रणसिंघ, परिहार आदि और भी कई।

राजपूतो को 36 कुल में बनाया गया था और मराठो को 96 कुल में बनाया गया था।
जिनके उपनाम हजार से भी ज्यादा है।

ये नाम क्षेत्र और भाषा को देखते हुए बनाया गया है।


जैसे:-
राजस्थान :- राजपूत।
महाराष्ट्र :- मराठा (96कुल) कहा जाता है कि 12 वी सदी के पहले इनमे कोई भेद नहीं था।

लेकिन जब हमारे देश में मुगलो ने शासन करना शुरू किया तब उन्होंने फुट डालो शासन करो की नीति को अपनाया और शासन करना शुरू किया और भाई को भाई से लडवाया।

महाभारत के युद्ध में सभी क्षत्रियो को भारी जान और माल की हानि हुई थी।

क्योंकि.....

महाभारत का युद्ध केवल चंद्रवंशियों (यदुवंशियों) के मध्यही नहीं हुआ था।
बल्कि उसमे सभी क्षत्रियों ने भाग लिया था तथा कुछ क्षत्रिय जो सत्ता हीन हो गए थे।
वे सत्ता की लालशा में एक दूसरे पर आक्रमण करने लगे थे।
इसलिए सभी ऋषियों ने सभी क्षत्रियों को क्षेत्र के हिसाब से बाँट दिया और देश-धर्म की रक्षा के लिए इन जातियों का निर्माण किया गया।

सूर्यवंश से  :- राजपूत, मराठा।

चन्द्रवंश से :- यादव ( जो पहले से ही था )।

राजपूतो में सिंह , राणा और
मराठो में राजे , राव  लिखा जाता है।

जिसका मतलब राजा ही होता है।

भगवान महादेव इस जाति के कुल देव  है और माँ तुलजा भवानी इनकी कुल देवी है।

मराठा जाति की मुख्य भाषा मराठी है।
मराठा जाति सबसे शक्तिशाली जातियों में से एक है।
मराठा जाति दुनिया के 56 शाही घरानों में शामिल है।
कुछ लोग सोंचते है कि मराठा और मराठी  एक ही है लेकिन ऐसा नहीं है मराठा एक जाति है और मराठी  क्षेत्र है न की जाति।

जैसे महाराष्ट्र में रहने वाला हर व्यक्ति मराठी है लेकिन मराठा नहीं महाराष्ट्र में मात्र 40% ही 96 कुल मराठा(शुद्ध क्षत्रिय) है।


कुछ तर्क शास्त्रियों का ये भी मानना है कि उत्तर के राजपूत क्षत्रियो ने जब अपने राज्य विस्तार  के लिए दक्षिण में जाना शुरू किया। तो उन्होंने वहाँ की सभ्यता और भाषा को अपना लिया जैसे मराठी सभ्यता और भाषा और मराठा कहलाये।

मराठा :- महाराष्ट्र के ठाकुर।

मराठा जाति सबसे ज्यादा शक्तिशाली 17वी सदी में छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज  के शासन काल में हुआ।

ये दोनों महान सूरवीर योद्धा थे।

छत्रपति संभाजी महाराज ने तो मात्र 15 वर्ष  की आयु में आदमखोर सिंह का निहत्थे ही मुकाबला किया था और उसका जबड़ा फाड़ डाला था।
उन्होंने उस समय 21 राज्यों में हिंदू (मराठा) शासन चलाया और स्वराज्य की स्थापना की।
आज भी अगर राजपूत और मराठा अगर एक हो जाए तो ये अपने अकेले के दम पर पूरी दुनिया को बस में करने की एकतरफा ताकत रखते है।
इनका जोश और जज्बा देखते ही बनता है।भारत के इतिहास से अगर राजपूतों और मराठो का नाम अगर निकाला जाए तो केवल और केवल खाली पन्नों के अलावा कुछ नही बचेगा।
इन दोनों जातियों को भारत की नींव कही जाने वाली ब्राह्मण जाति सदा सर्वदा साथ हमेशा रहता है।
ये जातियाँ एक दूजे बिना अर्थहीन और असहाय है।
भारत की संस्कृति को बनाने में जितना योगदान ब्राह्मण जाति का है उससे कई गुणा ज्यादा हिस्सा और योगदान राजपूत और मराठा जाति का रहा है जिन्होंने सदैव इसका रक्षण किया है।

🚩 जय जय क्षात्र धर्म 🚩
🔱🙋 जय भवानी 🙋🔱
🚩🙏जय मराठा 🙋🚩
🚩🙋 जय राजपूताना। 🙋🚩

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🙏🏻 जय 🔱 भवानी। 🙏🏻
👑जय 💪🏻राजपूताना। 🔫
👑जय 💪🏻महाराणा प्रताप।🚩
🙋🏻‍♂️जय 👑सम्राट💪🏻पृथ्वीराज🎯चौहान।💣
👉🏻▄︻̷̿┻̿═━,’,’• Ⓡ︎ⓐⓝⓐ Ⓖ︎ 👈🏻