गुरुवार, 10 मई 2018

क्या आप महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक के बारे में ये बात जानते हैं?

कहते है अरब का व्यापारी महाराणा प्रताप के पास दो घोडे़ लेकर आया था ! व्यापारी ने महाराणा को दोनों घोडों की नस्ल व वफादारी के बारे में बताते हुए दोनों घोडे़ खरीद लेने की विनती की ! पर महाराणा ने अनजान व्यापारी से बडी़ कीमत में घोडे खरीदना उचित नहीं समझा ! व्यापारी भी श्रेष्ठ नस्ल के घोडे़ होने के कारण राणा जी से बार-बार विनती करी ! 


अंत में महाराणा व्यापारी से एक शर्त पर घोडा़ खरीदने को तैयार हो गये कि इन घोडो की वफादारी व समझदारी का एक सबूत पेश करों ! कहते है व्यापारी ने बडे़ घोडे़ को अपने पास बुलाया और उसके चारों पैरों के नीचे पिघला हुआ कांचा (जिसको पिघलाकर कीसी चीज को मजबुती से जोड़ने के काम में लिया जाता था) रखा, ताकि घोडें के चारों पांव जमीन से चिपक जाय ! चारों पांव जमीन से चिपकाकर व्यापारी वहां से दुर चला गया ! फिर दुर से अचानक व्यापारी ने अपने मुंह से इस तरिके से आवाज निकाली जैसे वह कीसी संकट में फंसा हुआ हो ! कहते हैं कि उस व्यापारी की आवाज सुनकर घोडे़ ने अपने स्वामी को संकट में देखकर इतनी जोर से चलांग लगाई कि घोडें के चारों पांव उस कांचे से छिपके हुए रह गये और घोडे़ का धड़ अस्सी-सौ फीट दुर जाकर गिर गया !
ये दृश्य देखकर महाराणा प्रताप के आंखो से अश्रुधारा बहने लगी ! महाराणा प्रताप को बडा़ पश्चाताप हुआ ! फिर महाराणा ने दोनों घोडो़ की कीमत चुकाते हुए छोटा घोडा़ अपने पास रख दिया ! कहते है ये घोडा़ चेतक नाम से इतिहास प्रसिद्ध हुआ, इसी स्वाभीमानी घोडे़ ने महाराणा प्रताप को संकट के समय खुद के घायल होने के बाद भी बडें-बडें नालों को पार करते हुए शत्रुओं से बचाव करते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था !

जिसके प्रति महाराणा के विचार थे :-
चेतक था सहयोगी मेरा, प्राणों से भी प्यारा था !
पशु नहीं कोई देवता था, इस भारत का उजियारा था!!⛳🙏

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🙏🏻 जय 🔱 भवानी। 🙏🏻
👑जय 💪🏻राजपूताना। 🔫
👑जय 💪🏻महाराणा प्रताप।🚩
🙋🏻‍♂️जय 👑सम्राट💪🏻पृथ्वीराज🎯चौहान।💣
👉🏻▄︻̷̿┻̿═━,’,’• Ⓡ︎ⓐⓝⓐ Ⓖ︎ 👈🏻