शनिवार, 15 अप्रैल 2017

☝✌【ये सभी 3 बातें किसी भी इंसान को नहीं भूलनी चाहिए। 】✌☝

ये सभी 3 बातें किसी भी इंसान को नहीं भूलनी चाहिए। 

 चौराहों पर नहीं जाना चाहिए।

 श्मशान के आसपास नहीं जाना चाहिए। 

बुरे चरित्र वाले व्यक्ति से दूर रहना चाहिए।

                  🙏-: विष्णु पुराण  :-🙏

ये तीन चीजें जहाँ होती हैं, वहां महालक्ष्मी का वास होता है।

 १. जिस घर में मूर्ख लोगों को अधिक महत्व नहीं दिया जाता है।

२. जिस घर में धन-धान्य भरा रहता है।

३. जिस परिवार में पति-पत्नी के बीच झगड़ा नहीं होता है।



चाणक्य तीन चीज़ें जो खरीदी नहीं जा सकतीं।

१. परिवार की एकता।

२. सच्ची सुरक्षा।

३. नीजि संतोष।

इन तीन से उचित दूरी बना कर रखें।

राजा, अग्नि और स्त्री।

चाणक्य तीन चीज़ें किसी का इन्तजार नहीं करती।

समय, मौत, ग्राहक।

तीन चीज़ें जीवन में एक बार मिलती है ।

मां, बांप, और जवानी।

तीन चीज़ें पर्दे योग्य है।

धन, स्त्री और भोजन।

तीन चीजों से सदा सावधान रहिए

बुरी संगत, परस्त्री और निन्दा।

तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है।

ईश्वर, परिश्रम और विद्या।


तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे।

बीमारी, कर्जा, शत्रु।

तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो।

मन, काम और लोभ।


तीन चीज़ें निकलने पर वापिस नहीं आती।

तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से।


तीन चीज़ें कमज़ोर बना देती है।

बदचलनी, क्रोध और लालच।

तीन चीज़े असल उद्धेश्य से रोकता हैं।

बदचलनी, क्रोध और लालच।

तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता।

अकल, चरित्र, हुनर।

तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं।

स्त्री, भाई, दोस्त।

तीनों व्यक्ति का सम्मान करो।

माता, पिता और गुरु।

तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो।

बालक, भूखे और पागल।

तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए

कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़।

तीन बातें कभी मत भूलें।

उपकार, उपदेश और उदारता।

तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं।

सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु।

तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं।

चोरी, निंदा और झूठ।

तीन चीज़ें हमेशा दिल में रखनी चाहिए

नम्रता, दया और माफ़ी।

तीन चीज़ों पर कब्ज़ा करो।

ज़बान, आदत और गुस्सा।

तीन चीज़ों से दूर भागो।

आलस्य, खुशामद और बकवास। 

तीन चीज़ों के लिए मर मिटो।

धेर्य, देश और मित्र।

तीन चीज़ें इंसान की अपनी होती हैं।

रूप, भाग्य और स्वभाव।

तीन चीजों पर अभिमान मत करो।

ताकत, सुन्दरता, यौवन।

तीन चीज़ें अगर चली गयी तो कभी वापस नहीं आती।

समय, शब्द और अवसर।

तीन चीज़ें इन्सान कभी नहीं खो सकता।

शान्ति, आशा और ईमानदारी।

तीन चीज़ें जो सबसे अमूल्य है।

प्यार, आत्मविश्वास और सच्चा मित्र।

तीन चीजे जो कभी निश्चित नहीं होती।

सपनें, सफलता और भाग्य।

तीन चीजें, जो जीवन को संवारती है।

कड़ी मेहनत, निष्ठा और त्याग।

तीन चीज़ें किसी भी इन्सान को बरबाद कर सकती है।

शराब, घमन्ड और क्रोध।

तीन चीजों से बचने की कोशिश करनी चाहिये।

बुरी संगत, स्वार्थ और निन्दा। 

कोई भी कार्य करने से पहले।

सोचो, समझो, फिर करो।

 

||★ ||  धन्यवाद दोस्तों  ||★||

💞【दिल से जुड़े ये रोचक तथ्य आज आपको जरूर जान लेने चाहिए!】💞

दिल हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है लेकिन अक्सर हम दिल का ही ख्याल नहीं रखते ! आजकल के खराब खान-पान और जीवन शैली के चलते हमारा दिल काफी कमजोर होता जा रहा है और यही कारण है कि आज कम उम्र के लोगों में भी दिल से जुड़ी बीमारियां होने लगी है !

 

आज हम आपको दिल से जुड़ी कुछ ऐसी रोचक बातें बताएंगे जिन्हें शायद आपने आज से पहले कभी नहीं जाना होगा लेकिन यह जानकारियां हर व्यक्ति को पता होनी चाहिए !

 

1. एक सामान्य व्यक्ति का दिल 1 मिनट में 72 बार, 1 दिन में 1 लाख बार और 1 साल में 360 लाख बार धड़कता है !

2. दिल ही है जो हमारे शरीर में खून को पंप करता है ! दिल द्वारा पंप किए जाने वाली खून का प्रेशर इतना तेज होता है कि अगर शरीर के बाहर इसे पंप किया जाए तो यह 30 मीटर की ऊंचाई तक खून पंप कर सकता है !

3. हमारे दिल में चार कक्ष बने होते हैं दो ऊपर की तरफ और दो नीचे की तरफ और ये ही खून को लाने और ले जाने का काम करते हैं !

4. पुरुषों का दिल महिलाओं के दिल के मुकाबले वजन में थोड़ा भारी होता है ! पुरुषों का दिल 300 साल 350 ग्राम वजनी होता है जबकि महिलाओं का दिल 250 से 300 ग्राम तक वजनी होता है !

5. हमारा दिल फेफड़े के बाएं ओर नीचे की तरफ होता है और यही कारण है कि हमारे फेफड़े का बायां हिस्सा थोड़ा छोटा होता है जो दिल को सुरक्षित रखता है !

6. दिल की प्रक्रिया पर किसी का काबू नहीं होता, आप चाहे सो रहे हो या जगे हो या बेहोश हो हर स्थिति में दिल लगातार काम करता रहता है !

7. हमारे पूरे जीवन काल में दिल लगभग 1.5 मिलियन बैरल खून पंप करता है यानी इतने खून से 100 स्विमिंग पूल भरे जा सकते हैं !

8. हमारा दिल लगभग 75 ट्रिलियन कोशिकाओं को खून पहुंचाने का काम करता है !

9. अगर दिल को शरीर से बाहर निकाल कर उसे पर्याप्त ऑक्सीजन दें तब भी हमारा दिल धड़कता रहेगा !

10. एक दिन में हमारा दिल इतनी ऊर्जा पैदा करता है जो एक ट्रक को करीब 32 किलोमीटर तक खींचने में सक्षम है !

11. एक वयस्क व्यक्ति के शरीर में करीब 5 लीटर खून होता है जबकि एक नवजात शिशु में 1 कप जितना खून होता है !

12. दिल का पहला सफल प्रत्यारोपण 3 दिसंबर 1967 को डॉक्टर क्रिस्टियन बर्नार्ड ने किया था !

13. पुरुषों की तुलना में महिलाओं का दिल ज्यादा तेजी से धड़कता है !

14. आंकड़ों के मुताबिक ज्यादातर हार्ट अटैक सोमवार को सुबह 8 से 9 बजे के बीच आते हैं !

15. यूँ तो हम बच्चों को चॉकलेट खाने से रोकते हैं लेकिन आपको बता दें चॉकलेट खाने से हार्ट अटैक आने की संभावना एक तिहाई तक कम हो जाती है !

📖【जरुर पढ़े : बहुत काम की बाते है ये जिंदगी में काम आएगी!】📖

👌👌👌👌👌👌👌👌

पैर की मोच
और
छोटी सोच ,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

टूटी कलम
और
औरो से जलन ,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

काम का आलस
और
पैसो का लालच ,
हमें महान
बनने नहीं देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

. अपना मजहब उंचा
और
गैरो का ओछा ,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

👌दुनिया में सब चीज
मिल जाती है,......
केवल अपनी गलती
नहीं मिलती.........

💐💐💐💐💐💐💐💐💐




😔😔😔😔😔😔😔😔

भगवान से वरदान माँगा
कि दुश्मनों से
पीछा छुड़वा दो ,
अचानक दोस्त
कम हो गए......

😔😔😔😔😔😔😔😔

" जितनी भीड़ ,
बढ़ रही
ज़माने में........।
लोग उतनें ही ,
अकेले होते
जा रहे हैं......।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔

इस दुनिया के
लोग भी कितने
अजीब है ना ;

सारे खिलौने
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं........

😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे पर तैरने वाली
लाश को देखकर
ये समझ आया........
बोझ शरीर का नही
साँसों का था......

😔😔😔😔😔😔😔😔

“ तारीख हज़ार
साल में बस इतनी
सी बदली है…........
तब दौर
पत्थर का था
अब लोग
पत्थर के हैं

स्वर्ग का सपना छोड़ दो,
नर्क का डर छोड़ दो ,
कौन जाने क्या पाप ,
क्या पुण्य ,
बस............
किसी का दिल न दुखे
अपने स्वार्थ के लिए ,
बाकी सब
कुदरत पर छोड़ दो.......

. 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏
"सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए

और

जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

👌👌👌👌👌😇😇

तज़ुर्बा है मेरा.... मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,

संगमरमर पर तो हमने .....पाँव फिसलते देखे हैं...!

👌👌👌👌😇😇

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,

यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....

जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...

👌👌👌👌👌👌👌

पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है;

लेकिन इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता......

👌👌👌👌👌👌👌👌

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....

पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है।

:👌 शानदार बात👌

इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,

और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...

‬👌👌👌👌👌😇😇

कर्मो' से ही पहचान होती है इंसानो की...

महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में !!

💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐


👓【आगर जीवन में इन्हें अपनाएंगे तो सफलता आपके क़दमों में होगी!】👓

1.खुद की कमाई से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..!!

2. दिन मे 3 लोगो की प्रशंसा करो..!!

3. खुद की भुल स्वीकारने मेभी कभी संकोच मत करो..!!

4. किसी के सपनो पर हँसो मत।

5. आपके पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी कभी आगे जाने का मौका दो।

6. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुए देखे।

7. खुब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लो।

8. किसी के पास से कुछ जानना हो तो विवेक से दो बार...पुछो।

9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दो।

10. ईश्वर पर पुरा भरोस रखो..!!

11. प्रार्थना करना कभी मत भुलो,प्रार्थना मे अपार शक्ति होती है..!!

12. अपने काम से मतलब रखो..!!

13. समय सबसे ज्यादा कीमती है, इसको फालतु कामो मेँ खर्च मत करो..!!

14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश रहना सिखो..!!

15. बुराई कभी भी किसी कि भी मत करो, क्योकिँ बुराई नाव में छेद समान है,बुराई छोटी हो बडी नाव तो डुबो ही देती है..!!

 

16. हमेशा सकारात्मक सोच रखो..!!

17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता है बस उस हुनर को दुनिया के सामने लाओ..!!

18. कोई काम छोटा नही होता हर काम बडा होता है जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहे हो अगर वह काम आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या असऱ होता..??

19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ करते है।

20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही बल्कि कुछ करना पडता है।

 

पेड बूढा ही सही,
आंगन में रहनेदो,
फल न सही, छाव तो अवश्य देगा
ठीक उसी प्रकार
माता-पिता बूढे ही सही,
घर में ही रहने दो,
दोलत तो नहीं कमा सकते,
लेकीन आपके बच्चों को संस्कार अवश्य देगे।।

🙅【Self confidence को बढ़ने के लिए Positive Thoughts!】🙅

Self Confidence को बढ़ने के लिए ये 10 Positive Thoughts सुबह उठने पर सबसे पहले अपने आप से कहे ।

सुबह उठते ही अपने आप से ये 10 Thoughts जरूर कहे और दिन में जब भी समय मिले अपने आप को ये विचार ज़रूर याद दिलाये। ये Positive Thoughts आपका जीवन बदल सकते हैं बस शर्त ये है आप प्रतिदिन बिना संदेह करे २ Months तक इसका अभ्यास करे। हम सब जानते है जैसा हम सोचते हैं वैसे हम हो जाते है तो आज से ही अपने से कहे हम अपनी सोच को बदल हैं।

अपने से संकल्प करे हम Negative Thinking की जगह Positive Thinking को चुनते हैं।

10 Confidence Quotes in Hindi ★
    ★ आत्मविश्वास बढ़ाने के विचार

1. मैं अपने से प्रेम करता हु और सब मुझसे प्रेम करते हैं।
I LOVE MYSELF AND ALL LOVE ME

ये विचार आपके अंदर एक तरह की ऊर्जा भर देगा।

2. मेरे जीवन में सब अच्छा है।
Every thing is all right in my life
चाहे आप कैसी भी परिस्थिति से गुजर रहे हो पर अपने आप से कहे मेरे जीवन में सब बहुत अच्छा है। ये विचार आपके दिमाग को ऐसा सोचने पर मजबूर कर देगा । और कुछ समय बाद आप देखंगे सब अच्छा होने लगेगा आपके जीवन में ।

3 .मैं अपने आप को स्वीकार करता हूँ। 
I ACCEPT MYSELF AS I AM

अमेरिका में हुए एक सर्वे के अनुसार ८०% लोग अपने आप में ही कमी निकालते रहते हैं । हमारे अंदर कई कमी है और अपनी कीमत को गिराते जाते हैं ।

दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं है। हर किसी में कोई न कोई कमी होती ही है। अपने को दूसरे से तुलना करके आप अपनी ही insult करते हैं । हर किसी में अलगै अलग talent होता है अपनी शक्ति को पहचानिए ।

4.मेरा खुद पर पूरा विश्वास है।
I BELIEVE IN MYSELF

जब तक हम खुद पर विश्वास नहीं करेंगे दुनिया में कोई भी हम पर विश्वास नहीं करेगा।

5. मैं सब को माफ़ करता हु I FORGIVE ALL
किसी को माफ़ करना आसान नहीं होता | लेकिन ज़रूरी बहुत होता है माफ़ न करने से हम सिर्फ और सिर्फ अपना नुक्सान करते है।

अपने दिमाग को जितना सकारात्मक रखंगे उतना जीवन अच्छा होता जायेगा |तो किसी और के लिए नहीं अपने लिए आज से अपने आप को याद दिलाते रहे मैंने सबको माफ़ किया।

6. मैं ताकतवर हूँ।
I AM STRONG

7. मैं सुन्दर हूँ।
I AM BEAUTIFUL / HANDSOME

8.मैं कर सकता /सकती हूँ।
I CAN DO

9.मुझे डर नहीं लगता।
I AM FEARLESS

10.मैं बुद्विमान हूँ।
I AM WISE

शुक्रवार, 14 अप्रैल 2017

📱【क्या आप फोन📲 का पासवर्ड भूल गए हैं?】📱

आज स्मार्टफोन की तादाद दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और उसके साथ ही बढ़ रही है मोबाइल की समस्याएं। ये समस्याएं आपको अक्सर परेशान कर देती हैं जैसे मोबाइल का धीमा हो जाना, अपने आप रिस्टार्ट होना तथा डाटा बैकअप में चले जाना आदि। इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए हम फोन का डाटा डिलीट करते हैं, फोन को रिस्टार्ट करते हैं और जब भी कुछ नहीं होता तो फैक्ट्री रिसेट करते हैं।

यह सब करने के बाद अगर फोन ठीक से काम करने लगा तो आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और यदि इससे भी बात नहीं बनी तो आप सर्विस सेंटर के चक्कर लगाने और फोन पर होने वाले खर्च के बारे में सोच कर ही चिंता में पड़ जाते हैं।

पैटर्न लॉक भी एक बड़ी समस्या है, अपना पासवर्ड भूल जाने पर आपको सर्विस सेंटर के चक्कर लगाने पड़ते हैं।हालांकि सर्विस सेंटर भी वही करेगा जो हम आपको बता रहे हैं लेकिन इसके लिए आपसे वह ढेर सारे पैसे ऐंठ लेगा।

आप अपने फोन को हार्ड रिसेट कर सकते हैं। याद रहे कि इससे फोन का सारा डाटा नष्ट हो जएगा और फोन के आपके सेटिंग्स भी खत्म हो जाएंगे। आपके सामने फोन सिर्फ उन एप्लिकेशन और गेम्स के साथ होगा जैसा आप खरीदकर लाए थे।

अगर आपके पास है सैमसंग स्मार्टफोन

(1) हार्ड रिसेट से पहले फोन को ऑफ करें।

(2) उसके बाद फोन के पावर बटन के साथ वॉल्यूम अप/वॉल्यूम डाउन बटन का इस्तेमाल करें।

(3) कुछ सेकेंड के उपरांत रिबूट का ऑप्शन दिखेगा।

(4) यहां डिलीट ऑल यूजर डाटा ऑप्शन दिखेगा। उस पर क्लिक करने पर फोन का सारा डाटा डिलीट तो होगा ही किंतु आपकी समस्या का समाधान भी हो जाएगा।

इसका परीक्षण सैमसंग गैलेक्सी आई9000, गैलेक्सी वाई एस5360, गैलेक्सी एस4 और गैलेक्सी एस5 पर किया गया है।

अगर करते हों माइक्रोमैक्स का इस्तेमाल

(1) फोन को ऑफ करें।

(2) पावर बटन के साथ वॉल्यूम अप/वॉल्यूम डाउन को प्रेस करें।

(3) स्क्रीन पर रिकवरी मोड व फैक्ट्री मोड दिखाई देंगे। आप रिकवरी मोड का चुनाव करें।

(4) इससे फोन रिबूट हो जाएगा। माइक्रोमैक्स फोन के हार्ड रिबूट का तरीका लगभग एक होता है लेकिन हमने ए27,ए37, ए67 और ए1166 एचडी पर परीक्षण किया।

कार्बन स्मार्टफोन यूजर्स के लिए

(1) सबसे पहले मोबाइल फोन की बैटरी को 100 प्रतिशत तक चार्ज करें।

(2) मोबाइल फोन को ऑफ करें और वॉल्यूम बटन व कंट्रोल को प्रेस करें।

(3) कम से कम 10 से 15 सेकेंड के बाद आपको स्क्रीन पर रिकवरी मैन्यू दिखाई देगा।

(4) वॉल्यूम बटन के माध्यम से स्क्रोल ऑप्शन का उपयोग किया जा सकता है।

(5) उसके बाद वाइप डाटा और फैक्ट्री रिसेट ऑप्शन के बाद रिबूट नॉउ ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपका फोन हार्ड रिबूट हो जाएगा अर्थात फोन का पूरा डाटा डिलीट हो जाएगा।

(6) मैन्यू से बाहर आने के लिए पावर बटन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कार्बन फोन में हार्ड रिबूट करने के लिए हमने ए1, ए25, ए90 और ए2 पर परीक्षण किया।

अगर नोकिया आशा हो तो

(1) सबसे पहले फोन को ऑफ करें।

(2) 8 के साथ 3 तथा कॉल बटन को एक साथ प्रेस करें।

(3) कुछ समय इंतजार करें जब तक नोकिया लोगो स्क्रीन पर न आ जाए।

(4) इसके बाद फोन हार्ड रिसेट हो जाएगा।

इसके अतिरिक्त आशा सीरीज में हार्ड रिसेट के लिए कुछ कोड का भी इस्तेमाल किया जाता है। जैसे आशा 200 में *#7370# टाइप करें, आशा 311 में 12345 टाइप कर हार्ड रिसेट कर सकते हैं। वहीं *#7370# इस कोड के अतिरिक्त *#7380# भी टाइप कर सकते हैं।

अगर करते हों नोकिया लूमिया सीरीज का इस्तेमाल

यदि आप नोकिया विंडोज आधारित फोन पासवर्ड भूल गए हैं या फोन थोड़ी परेशानी कर रहा है तो इन आसान तरीको का इस्तेमाल कर हार्ड रिसेट कर सकते हैं।

(1) पहले लूमिया 1020 को ऑफ करें।

(2) वॉल्यूम अप/डाउन के साथ पावर बटन प्रेस करें।

(3) उसके बाद स्क्रीन पर रिबूट का ऑप्शन आएगा और क्लिक करने पर आपका रिसेट हो जाएगा।

इसका परीक्षण हमने लूमिया 1020 पर किया है।

🔝【पूरे शरीर में सिर से लेकर पैर तक की ब्‍लॉक नसों को खोलने का ये घरेलु उपाय।】🔝

आज के भगदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को प्रचुर मात्रा में आहार नहीं मिल पाता है कहीं न कहीं कुछ न कुछ कमी हो ही जाती है। इसी बिगड़ी जीवन-शैली के कारण जब रक्त में अपशिष्ट पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है तो इससे नशों में रक्त के स्राव में रुकावट आने लगती है।

इसके चलते व्यक्ति के हृदय में भी रक्त के प्रवाह में बाधा आ जाती है। जिसके कारण हार्ट अटैक जैसी समस्याएं उतपन्न होती हैं। आज हम आपको ऐसे उपाय बताने जा रहे है जिनसे नशों की ब्लॉकेज को खोलने में आपको मदद मिल सकती है, ऐसे में व्यक्ति को सर्जरी व दवाईयों का सहारा शायद ही लेना पड़े।

★ ये घरेलू सामान चाहिए

◆ 1 ग्राम दाल चीनी
◆ 10 ग्राम काली मिर्च साबुत
◆ 10 ग्राम तेज पत्ता
◆ 10 ग्राम मगज
◆ 10 ग्राम मिश्री डला
◆ 10 ग्राम अखरोट गिरी
◆ 10 ग्राम अलसी टोटल

 

बनाने की विधि :-

सभी सामान को मिक्सी में पीस के बिल्‍कुल पाउडर की तरह बना लें और 6 ग्राम की 10 पुडि़या बन लें। एक पुडि़या हर रोज सुबह खाली पेट पानी से लेनी है और एक घंटे तक कुछ भी नहीं खाना है। ऐसा करने से एड़ी से लेकर चोटी तक सारी बंद नसें खुल जाएगी। अगर हार्ट पेसेन्‍ट इस औषधी को ले तो वो पूरी जिंदगी हार्ट अटैक से दूर रहेगा।


गुरुवार, 13 अप्रैल 2017

🐚【आखिर तक पढ़ना ये पोस्ट सिर्फ 1 मिनट लगेगा!】🐚

आखिर तक पढ़ना 🙏
⏰1 मीनट लगेगा
💘एक बालक अपने
🙏माँ-बाप की खूब सेवा किया करता था
💞उसके दोस्त उससे भी कहते कि
🌹अगर इतनी सेवा तुमने
💜भगवान की की होती तो तुम्हे
🌻भगवान मिल जाते !
💙लेकिन इन सब चीजो से
💐अनजान वो अपने
💔माता पिता की सेवा करता रहा !
🌺एक दिन उसकी माँ बाप की
💛सेवा-भक्ति से खुश होकर
🌷भगवान धरती पर आ गये !
💘उस वक्त वो बालक अपनी
💚माँ के पाँव दबा रहा था !
🌲भगवान दरवाजे के बाहर से बोले-
❤दरवाजा खोलो बेटा
🍀मैं तुम्हारी माता-पिता की सेवा से
💖प्रसन्न होकर तुम्हे
🌳वरदान देने आया हूँ !
💞बालक ने कहा -
🌸इंतजार करो प्रभु
💛मैं माँ की सेवा मे लगा हूँ !
🙏भगवान बोले -
💐देखो मैं वापस चला जाऊँगा!
💘बालक ने कहा -
🌵आप जा सकते है
❤भगवान मैं सेवा बीच मे
🌲नही छोड़ सकता !
💚कुछ देर बाद
🌳उसने दरवाजा खोला तो
💜क्या देखता है
🌷भगवान बाहर खड़े थे !
💙भगवान बोले -
🌹लोग मुझे पाने के लिये
💔कठोर तपस्या करते है
🌻पर मैं तुम्हे सहज ही मे मिल गया
💖पर तुमने
🍀मुझसे प्रतीक्षा करवाई !
💞बालक ने जवाब दिया -
🌺हे ईश्वर जिस माँ बाप की सेवा ने
💛आपको मेरे पास आने को
💐मजबूर कर दिया
💕उन माँ बाप की सेवा बीच मे छोड़कर
🌵मैं दरवाजा खोलने कैसे आता !
💘यही इस जिंदगी का सार है !
🌲जिंदगी मे हमारे
❤माँ-बाप से बढ़कर कुछ नही है !
🌳हमारे माँ-बाप ही
💚हमे ये जिंदगी देते है !
🌷यही माँ-बाप अपना
💜पेट काटकर बच्चो के लिये
🌻अपना भविष्य खराब कर देते है
💙इसके बदले
🍀हमारा भी ये फर्ज बनता है कि
💔हम कभी उन्हे दुःख ना दे !
🌺उनकी आँखो मे
💖आँसू कभी ना आये
💐चाहे परिस्थिति जो भी हो
💞प्रयत्न कीजियेगा!

 

अच्छा लगा तो जरूर शेयर और दुसरो को भी पढ़ने का मौका दे..!!

📝【हास्य कहानी : श्रीमती की नजर】📝

जब तक हम अविवाहित थे यह बात हमारी समझ से परे थी कि पत्नियों की नजर अपने पतियों पर कम उन की पौकेट पर अधिक होती है. तब यह सुन कर ऐसा लगता था मानो पत्नी कोई सुलताना डाकू हो जो पति की जेब पर डाका डाल कर दरियादिली से अपने और अपने बच्चों के ऊपर पैसा लुटाती हो।

जो भी हो, अविवाहित रहते हुए हम कभी भी इस बात से इत्तेफाक न रख सके कि पत्नी की नजर पति की पौकेट पर होती है. तब तो शादी के खयाल मात्र से ही मन में खुशी का बैंडबाजा बजने लगता था. ‘आह, वो ऐसी होगी, वो वैसी होगी’ यही सोचसोच कर मन में लड्डू फूटते रहते थे।

पत्नी का मतलब हमारी दृष्टि में एक सच्ची जीवनसाथी जो पति का खूब खयाल रखती है उस से अधिक कुछ और नहीं था. पत्नी का पौकेटमार होना हमारे लिए सोचना भी पाप था. वह उम्र ही ऐसी थी।

यह सही है कि जब तक नदी में गोता न लगा ले तब तक उस की गहराई की केवल कल्पना की जा सकती है, वास्तविक गहराई नहीं जानी जा सकती. ऊंट को अपनी ऊंचाई का सही आभास तब तक नहीं होता जब तक वह पहाड़ के नीचे से न निकल जाए।

हर मर्द शादी से पहले अपनेआप को बड़ा ऊंचा ऊंट समझता है और जब शादी के पहाड़ के नीचे से गुजरता है तब उसे अपने वास्तविक कद का पता चलता है. बड़ेबड़े हिटलर पत्नी के आगे पानी मांगते हैं जब वह टेढ़ी या तिरछी नजर से देखती है।

हम भी बचपन से अपने को बड़ा पढ़ाकूपिस्सू और कलमघिस्सू समझते रहे. अपनेआप को बड़ा ज्ञानी, ध्यानी समझते रहे. हमें ऐसा लगता था जैसे सारी दुनिया का ज्ञान हम ने ही बटोर रखा है. कोई रचना प्रकाशित हुई नहीं कि बल्लियों उछलने लगते थे।

शादी के बाद जब एक रचना छप कर आई तो श्रीमतीजी पर रोब गालिब करने और अपने लेखक होने की महानता को सत्यापित कराने के लिए उस रचना को महत्त्वपूर्ण सर्टिफिकेट की तरह उन के सम्मुख प्रस्तुत किया।

श्रीमतीजी ने पहले तो उस रचना को बड़ी ही उपेक्षित नजर से देखा. इस से हमारा दिल दहल गया. लेकिन हमारा सम्मान रखते हुए 2-3 लाइनें पढ़ीं और फिर पूछा, ‘‘डार्लिंग, इस का कितना पैसा मिलेगा?’’
हम श्रीमती के प्रश्न और प्रश्नवाचक नजर से कुछ असहज हुए और फिर अचकचाते हुए बोले, ‘‘ये तो छापने वाले जानें.’’

यह सुनते ही श्रीमतीजी ने रचना को एक ओर रखते हुए कहा, ‘‘माल (रचना) तुम्हारा और कीमत जानें पत्रिका वाले, यह भी कोई बात हुई.’’
हम ने श्रीमतीजी को थोड़ा समझाते हुए कहा, ‘‘अभी हम इतने बड़े कालिदास नहीं हुए कि अपनी रचनाओं की कीमत स्वयं तय करें. वे छाप देते हैं, क्या यह कम बड़ी बात है.’’

‘‘टाइमवेस्ट और कुछ नहीं,’’ श्रीमतीजी हमें बालक की तरह नसीहत देती हुई बोलीं.
उस दिन हमें कुछकुछ लगा कि पत्नियां पौकेटमार भी होती हैं, पैसे पर नजर रखती हैं।

उस दिन हमें सचमुच यह भी लगा कि अपुन की औकात क्या है? मन तो हुआ कि सब लिखनापढ़ना छोड़ दें और डिगरी कालेज की लेक्चररी में ही अपनी जिंदगी काट दें. पर लिखने का कीड़ा जिसे काटता है वही जानता है. इस के काटने के दर्द में कितना मजा होता है।

जब भी श्रीमतीजी हमें लिखता हुआ देखतीं तो मुंह बिचका कर निकल जातीं, जैसे हम न जाने कितना घटिया और मनहूस काम कर रहे हों. उस समय श्रीमतीजी की नजर में हम स्वयं को कितना लज्जित महसूस करते, उस का वर्णन करना मुश्किल है. इस अपमान से बचने का हमारे पास एक ही रास्ता बचा था कि श्रीमतीजी की नजरों से बच कर चोरीछिपे लिखा जाए।

एक दिन ऐसा हुआ कि हम ने अपना सीना कुछ चौड़ा महसूस किया. हुआ यह कि 2 रचनाओं के चैक एकसाथ आ गए. इन चैकों की रकम इतनी थी कि श्रीमतीजी की पसंद की साड़ी आराम से आ सकती थी. हम ने श्रीमतीजी को मस्का लगाते हुए कहा, ‘‘लो महारानीजी, तुम्हारी साड़ी आ गई.’’

साड़ी का नाम सुनते ही श्रीमतीजी ऐसे दौड़ी चली आईं जैसे भूखी लोमड़ी को अंगूरों का गुच्छा लटका नजर आ गया हो. आते ही चहकीं, ‘‘कहां है साड़ी? लाओ, दिखाओ?’’

हम ने दोनों चैक श्रीमतीजी को पकड़ा दिए. श्रीमतीजी ने दोनों चैकों की धनराशि देखी और थैंक्यू बोलते हुए हमारे गाल पर एक प्यारी चिकोटी काट ली. हम इस प्यारी चिकोटी से ऐसे निहाल हो गए जैसे हमें साहित्य अकादमी का साहित्यरत्न अवार्ड मिल गया हो।

हमें एकबारगी यह ख्वाब आया कि श्रीमतीजी यह तो पूछेंगी ही कि किन रचनाओं से यह धनराशि प्राप्त हुई है. लेकिन उन्होंने यह पूछने की जहमत नहीं उठाई. बस, कसी हुई नजर से इतना कहा, ‘‘जहां से ये चैक आए हैं वहीं रचना भेजा करो. मुफ्त वालों के लिए लिखने की जरूरत नहीं है.’’

हम मान गए कि श्रीमतीजी को हमारी रचनाओं से मतलब नहीं, उन की नजर सिर्फ आने वाले चैकों पर है।

इस के बाद जब कभी भी पोस्टमैन आता तो हम से पहले श्रीमतीजी उस के दर्शन के लिए पहुंच जातीं. एक दिन पोस्टमैन की आवाज आते ही श्रीमतीजी रसोई से दौड़ती हुई दरवाजे पर पहुंचीं. हम भी चहलकदमी करते हुए श्रीमतीजी के पीछेपीछे दरवाजे तक पहुंचे.
पोस्टमैन बोला, ‘‘बाबूजी, आप का मनीऔर्डर है.’’

श्रीमतीजी हमें बिना कोई अवसर दिए तुरंत बोलीं, ‘‘कितने का है?’’
‘‘मैडमजी, 50 रुपए का.’’
‘‘क्या? क्या कहा, 50 रुपए का?’’ श्रीमतीजी ऐसे मुंह बना कर बोलीं जैसे पोस्टमैन से बोलने में गलती हो गई हो।

हम ने स्थिति को संभालते हुए कहा, ‘‘अरे भाई, ठीक से देखो. आजकल 50 रुपए कोई नहीं भेजता, 500 रुपए का होगा.’’

हमारे कहने पर पोस्टमैन ने एक बार फिर से मनीऔर्डर को देखा. धनराशि अंकों में देखी, शब्दों में देखी. फिर आश्वस्त हो कर बोला, ‘‘बाबूजी, 50 रुपए का ही है.’’

जैसे ही पोस्टमैन ने 50 रुपए का नोट निकाल कर श्रीमतीजी की ओर बढ़ाया तो वे खिन्न हो कर बोलीं, ‘‘यह दौलत इन्हीं को दे दो, बच्चे टौफी खा लेंगे.’’

पोस्टमैन ने व्यंग्यात्मक मुसकराहट के साथ वह 50 रुपए का नोट हमारी ओर बढ़ा दिया. मेरे लिए तो वह 50 रुपए का नोट भी किसी पुरस्कार से कम नहीं था।

लेकिन श्रीमतीजी के खिन्नताभरे व्यंग्यबाण और पोस्टमैन की व्यंग्यात्मक हंसी ऐसी लग रही थी जैसे हिंदी का लेखक दीनहीन, गयागुजरा और फालतू का प्राणी हो जिस को कई प्रकार से अपमानित किया जा सकता हो और बड़ी आसानी से मखौल का पात्र बनाया जा सकता हो।

उस दिन श्रीमतीजी की नजर में हम 50 रुपए के आदमी बन कर रह गए थे।