बुधवार, 24 जनवरी 2024

रामचंद्रजी की प्रमाणित मेवाड़ वंशावली!

चारों जुग परताप तुम्हारा।
परसिद्ध जगत उजियारा॥

बहती गंगा में हाथ धोने की होड़ मची है, जिनकी इकहत्तर पीढि़यों ने कभी शमशिरे छुई तक नहीं ऐसे "ठग" स्वयं को धर्मध्वज राजा घोषित करवा रहें हैं अंधभक्तों के जरिए । खैर ऐसे "ठगी राजा" को उसकी  कृत्रिम गद्दी मुबारक ।
आइए, अब असली धर्मध्वज राजाओं की बात करते हैं,,
राजाधीराज राजा रामचंद्रजी की प्रमाणित मेवाड़ वंशावली 
१ राजा लव
२ राजा बड़उज्ज्वल
३ राजा निशिध
४ राजा नल
५ राजा नल 
६ राजा नभ
७ राजा पुंडरीक
८ राजा क्षेमधनवा
९ राजा देवानिक
१० राजा अहिनगु
११ राजा पारिपात्र
१२ राजा बल
१३ राजा उत्क
१४ राजा वज्रनाभ
१५ राजा शंख
१६ राजा विश्वसह
१७ राजा हिरण्यनाभ कौशल्य
१८ राजा पुष्प
१९ राजा ध्रुवसंधि
२० राजा सुदर्शन
२१ राजा अग्निवर्ष
२२ राजा शोधन
२३ राजा मरू
२४ राजा प्रसूश्रुत
२५ राजा राजा संधि
२६ राजा अमर्ष
२७ राजा विश्रुतवान
२८ राजा विश्रुवबाहु
२९ राजा प्रसेनजीत
३० राजा तक्ष्क
३१ राजा बृहद्बबल
३२ राजा बृहक्षत्र
३३ राजा उरूक्षय
३४ राजा वत्सव्यूह
३५ राजा प्रतिव्योम 
३६ राजा दिवाकर
३७ राजा सहदेव
३८ राजा बृहद्सव
३९ राजा भानुरथ
४० राजा प्रतितासव
४१ राजा सुप्रतिक
४२ राजा मरुदेव
४३ राजा सुनक्षत्रा
४४ राजा अंतरिक्ष
४५ राजा सुषेण
४६ राजा अनिभाजित
४७ राजा बृहद्भानु
४८ राजा धर्म
४९ राजा कृतजयि
५० राजा रण्यजय
५१ राजा संजय
५२ राजा प्रसेनजीत
५३ राजा क्षुदर्क
५४ राजा कुलक
५५ राजा सूरथ
५६ राजा सुमित्र
५७ राजा वज्रनाभ
५८ राजा महारथी
५९ राजा अतिरथी
६० राजा अचलसेन
६१ राजा कनकसेन
६२ राजा महासेन
६३ राजा विजयसेन
६४ राजा अजयसेन
६५ राजा अभंगसेन
६६ राजा मदसेन
६७ राजा सिंहराय
६८ राजा सिंहरथ
६९ राजा विजयभूप
७० राजा पद्मादित्य
७१ राजा हरदत्
७२ राजा सुजसादित्य
७३ राजा सुमुखादित्य
७४ राजा सोमदत्त
७५ राजा शिलादित्य
७६ राजा केशवादित्य
७७ राजा नागदित्य
७८ राजा भोगदित्य
७९ राजा राजा आशादित्य
८० राजा भोजदित्य
८१ राजा गुहादित्य ( गुहील )
८२ राजा कालभोज ( बाप्पा रावल)
८३ रावल खुमांण
८४ रावल मत्तत
८५ रावल भरतुभट्ट
८६ रावल सिंह
८७ रावल खुमांण ( द्वितीय )
८८ रावल महायक
८९ रावल खुमांण ( तृतीय )
९० रावल भरूतभट्ट ( द्वितीय )
९१ रावल अल्लट ( अल्हण )
९२ रावल नरवाहन
९३ रावल शालीवाहन
९४ रावल शक्ति
९५ रावल अंबा ( अंब )
९६ रावल शुचिवर्मा
९७ रावल नरवर्मा
९८ कीर्तिवर्मा
९९ रावल योगराज
१०० रावल वैराट ( विराट )
१०१ रावल हंसपाल
१०२ रावल वैरसिंह
१०३ रावल विजयसिंह
१०४ रावल अरिसिंह
१०५ रावल चौड़सिंह
१०६ रावल विक्रमसिंह
१०७ रावल रणसिंह ( कर्णसिंह )
१०८ रावल क्षेमसिंह
१०९ रावल सामंतसिंह
११० रावल कुमारसिंह
१११ रावल मंथनसिंह
११२ रावल पदमसिंह
११३ रावल जैतसिंह
११४ रावल तेजसिंह
११५ रावल समरसिंह
११६ रावल रतनसिंह
११७ रावल अजयसिंह
११८ राणा हम्मीरसिंह
११९ राणा छत्रसिंह
१२० राणा लाखा
१२१ राणा मोकल
१२२ राणा कुम्भा ( भा कुम्भा )
१२३ राणा उदयकर्ण
१२४ राणा रायमल
१२५ राणा सांगा
१२६ राणा रतन
१२७ राणा विक्रमादित्य
१२८ राणा उदयसिंह
१२९ महाराणा प्रतापसिंह ( हिंदुआ सूर्य )
१३० महाराणा अमरसिंह
१३१ महाराणा करणसिंह
१३२ महाराणा जगतसिंह
१३३ महाराणा राजसिंह
१३४ महाराणा जयसिंह
१३५ महाराणा समरसिंह
१३६ महाराणा संग्रामसिंह
१३७ महाराणा जगतसिंह
१३८ महाराणा प्रतापसिंह
१३९ महाराणा राजसिंह
१४० महाराणा अरिसिंह
१४१ महाराणा हम्मीरसिंह
१४२ महाराणा भीमसिंह
१४३ महाराणा जवानसिंह
१४४ महाराणा सरदारसिंह
१४५ महाराणा स्वरूपसिंह
१४६ महाराणा शंभूसिंह
१४७ महाराणा सज्जनसिंह
१४८ महाराणा फतेसिंह
१४९ महाराणा भुपालसिंह
१५० महाराणा भगवतसिंह
१५१ महाराणा महेंद्रसिंहजी ( वर्तमान में राजा रामचंद्रजी की पीढ़ी में विद्यमान १५१ वे वंशज राजा मेवाड़ गद्दी। )

आपका जीवन मंगलमय हो, खमा घणी, राजाधीराज राजा रामचंद्रजी की जय, महाराणा प्रतापजी की जय!

साभार:- अखिल भारतीय वंशावली लेखक परिषद, दिल्ली।१०

मंगलवार, 23 जनवरी 2024

मीर उस्मान अली खान आजादी के समय ये शख्स था भारत का सबसे अमीर आदमी, घर में बिखरे रहते थे हीरे-मोती; अब कोई 'नामलेवा' नहीं!

                  मीर उस्मान अली खान 

Nizam of Hyderabad: आजादी के वक्त यानी साल 1947 में हैदराबाद के निजाम नवाब मीर उस्मान अली खान न सिर्फ भारत के बल्कि की दुनिया के सबसे अमीर शख्स माने जाते थे, 77 साल पहले निजाम की कुल दौलत करीब 17.5 लाख करोड़ रुपए आंकी गई थी,
टाइम मैगजीन ने निजाम को फ्रंट पेज पर जगह देते हुए उन्हें दुनिया का सबसे रईस शख़्स करार दिया था।

मशहूर इतिहासकार डॉमिनिक लापियर और लेरी कॉलिंस अपनी चर्चित किताब ‘फ्रीडम एड मिडनाइट’ में लिखते हैं कि हैदराबाद के निजाम के पास आजादी के वक्त 20 लाख पाउंड से ज्यादा की तो नगद रकम रही होगी, निजाम के महल में बंडल के बंडल नोट अखबार में लपेटकर में दुछत्ती में रखे रहते थे।

पेपरवेट की तरह यूज करते थे ‘जैकब’ हीरामशहूर टाइम मैगजीन ने फरवरी, 1937 के अंक में निजाम को फ्रंट पेज पर जगह देते हुए उन्हें दुनिया का सबसे रईस शख़्स करार दिया था, निजाम के महल में लाखों रुपए जहां-तहां धूल फांकते थे, हर साल कई हजार पाउंड के नोट तो चूहे कुतर जाते थे, जिनका कोई हिसाब ही नहीं, कॉलिंस और लापियर लिखते हैं कि निजाम के महल में उनकी मेज की दराज में मशहूर ‘जैकब’ हीरा रखा रहता था।

                    मशहूर जैकब हीरा

यह बेशकीमती हीरा नींबू के बराबर था और 280 कैरेट का था, लेकिन निजाम इस हीरे को पेपर वेट की तरह इस्तेमाल किया करते थे।

महल में बिखरे रहते थे हीरे-मोतीकॉलिंस और लापियर अपनी किताब में लिखते हैं कि निजाम के बाग में जहां-तहां झाड़ झंखाड़ के बीच सोने की ईंट से लदे ट्रक खड़े रहते थे, आलम यह था कि महल में हीरे-जवाहरात रखने की जगह नहीं बची थी, नीलम, पुखराज, हीरे, मोती फर्श पर कोयले की तरह बिखरे पड़े रहते, उस वक्त निजाम हैदराबाद के पास इतने मोती थे कि लंदन के पिकैडिली सर्कस के सारे फुटपाथ उन मोतियों से ढंक जाते।

कंजूसी के लिए बदनाम
निजाम हैदराबाद मीर उस्मान अली (Mir Osman Ali Khan) जितने अमीर थे, उतने ही अपनी कंजूसी के लिए बदनाम थे, ”फ्रीडम एट मिडनाइट” के मुताबिक निजाम के पास सोने के इतने बर्तन थे कि एक साथ 200 लोगों को उनमें खाना खिला सकें, लेकिन उनकी कंजूसी का आलम यह था कि खुद टीन के बर्तन में खाना खाया करते थे, अक्सर एक ही मैला-कुचैला सूती पायजामा पहना करते थे और पैर में बहुत घटिया किस्म की जूती होती थी।

        सरदार पटेल के साथ मीर उस्मान अली

बुझी सिगरेट तक नहीं छोड़ते थे।
निजाम की कंजूसी का आलम यह था कि उनसे जो मिलने आता और ऐशट्रे में बुझी सिगरेट छोड़ जाता, निजाम बाद में उसे सुलगा कर पीने लगते, इतिहासकारों के मुताबिक उस वक्त परंपरा थी कि बड़े-बड़े अमीर-उमरा और जमींदार अपने राजा को एक अशर्फी का नजराना पेश करते थे, बाद में राजा उस अशर्फी को छूकर लौटा दिया करते थे, लेकिन निजाम हैदराबाद इससे उलट थे, निजाम को कोई नजराने के तौर पर अशर्फी देता तो उसको झपटकर अपने पास रख लिया करते थे।

निजाम (Mir Osman Ali Khan) का बेडरूम किसी झोपड़पट्टी के कमरे जैसा दिखाई देता था, उसमें एक टूटी-फूटी सी पलंग पड़ी रहती थी, तीन कुर्सी और गिने-चुने फर्नीचर के अलावा कुछ नहीं था, जगह-जगह मकड़ी के जाल लगे रहते थे और बदबू आती थी, निजाम के कमरे को उनके सालगिरह के दिन सिर्फ साल में एक बार साफ किया जाता था।

   मीर उस्मान अली के अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़

अंग्रेजों को दिया 2.5 करोड़ पाउंड
आजादी के वक्त निजाम हैदराबाद (Nizam Hyderabad Mir Osman Ali Khan) हिंदुस्तान के इकलौते ऐसे शासक थे जिन्हें ब्रिटिश हुकूमत ने ”एग्जॉल्टेड हाईनेस” का खिताब दिया था. अंग्रेजों ने निजाम को यह खिताब इसलिए दिया था, क्योंकि उन्होंने पहले विश्व युद्ध यानी फर्स्ट वर्ल्ड वॉर में ब्रिटिश हुकूमत के युद्ध कोष में ढाई करोड़ पाउंड की रकम दी थी, हैदराबाद निजाम मीर उस्मान अली उन दिनों ब्रिटिश हुकूमत के सबसे निष्ठावान मित्र माने जाते थे।

अफीम की लत थी, हमेशा एक डर सताता था
निजाम हैदराबाद को अक्सर डर सताता था कि कोई उन्हें जहर देकर मार देगा और उनकी दौलत कब्जा लेगा. सवा पांच फीट लंबे निजाम हमेशा सुपारी चबाया करते थे और उनके दांत लगभग सड़ चुके थे।

कॉलिंस और लापियर लिखते हैं कि निजाम जहां कहीं जाते, अपने साथ एक खाना चखने वाला लेकर जाते थे. पहले वह खाना चखता, इसके बाद ही निजाम उसे हाथ लगाते।

बुधवार, 10 जनवरी 2024

भारत के शासक


👉गुलाम वंश:-
1=1193 मुहम्मद गोरी
2=1206 कुतुबुद्दीन ऐबक
3=1210 आराम शाह
4=1211 इल्तुतमिश
5=1236 रुकनुद्दीन फिरोज शाह
6=1236 रज़िया सुल्तान
7=1240 मुईज़ुद्दीन बहराम शाह
8=1242 अल्लाउदीन मसूद शाह
9=1246 नासिरुद्दीन महमूद
10=1266 गियासुदीन बल्बन
11=1286 कै खुशरो
12=1287 मुइज़ुदिन कैकुबाद
13=1290 शमुद्दीन कैमुर्स
1290 गुलाम वंश समाप्त्
(शासन काल-97 वर्ष लगभग )

👉खिलजी वंश
1=1290 जलालुदद्दीन फ़िरोज़ खिलजी
2=1296 अल्लाउदीन खिलजी
4=1316 सहाबुद्दीन उमर शाह
5=1316 कुतुबुद्दीन मुबारक शाह
6=1320 नासिरुदीन खुसरो शाह
7=1320 खिलजी वंश स्माप्त
(शासन काल-30 वर्ष लगभग )

👉तुगलक वंश
1=1320 गयासुद्दीन तुगलक प्रथम
2=1325 मुहम्मद बिन तुगलक दूसरा
3=1351 फ़िरोज़ शाह तुगलक
4=1388 गयासुद्दीन तुगलक दूसरा
5=1389 अबु बकर शाह
6=1389 मुहम्मद तुगलक तीसरा
7=1394 सिकंदर शाह पहला
8=1394 नासिरुदीन शाह दुसरा
9=1395 नसरत शाह
10=1399 नासिरुदीन महमदशाह दूसरा दुबारा सत्ता में 
11=1413 दोलतशाह 1414 तुगलक वंश समाप्त
(शासन काल-94वर्ष लगभग )

👉सैय्यद वंश
1=1414 खिज्र खान
2=1421 मुइज़ुदिन मुबारक शाह दूसरा
3=1434 मुहमद शाह चौथा
4=1445 अल्लाउदीन आलम शाह
1451 सईद वंश समाप्त
(शासन काल-37वर्ष लगभग )

👉लोदी वंश
1=1451 बहलोल लोदी
2=1489 सिकंदर लोदी दूसरा
3=1517 इब्राहिम लोदी
1526 लोदी वंश समाप्त
(शासन काल-75 वर्ष लगभग )

👉मुगल वंश
1=1526 ज़ाहिरुदीन बाबर
2=1530 हुमायूं
1539 मुगल वंश मध्यांतर

👉सूरी वंश
1=1539 शेर शाह सूरी
2=1545 इस्लाम शाह सूरी
3=1552 महमूद शाह सूरी
4=1553 इब्राहिम सूरी
5=1554 फिरहुज़् शाह सूरी
6=1554 मुबारक खान सूरी
7=1555 सिकंदर सूरी
सूरी वंश समाप्त 
(शासन काल-16 वर्ष लगभग )

👉मुगल वंश पुनःप्रारंभ
1=1555 हुमायू दुबारा गाद्दी पर
2=1556 जलालुदीन अकबर
3=1605 जहांगीर सलीम
4=1628 शाहजहाँ
5=1659 औरंगज़ेब
6=1707 शाह आलम पहला
7=1712 जहादर शाह
8=1713 फारूखशियर
9=1719 रईफुदु राजत
10=1719 रईफुद दौला
11=1719 नेकुशीयार
12=1719 महमूद शाह
13=1748 अहमद शाह
14=1754 आलमगीर
15=1759 शाह आलम
16=1806 अकबर शाह
17=1837 बहादुर शाह जफर
1857 मुगल वंश समाप्त
(शासन काल-315 वर्ष लगभग )

👉ब्रिटिश राज (वाइसरॉय)
1=1858 लॉर्ड केनिंग
2=1862 लॉर्ड जेम्स ब्रूस एल्गिन
3=1864 लॉर्ड जहॉन लोरेन्श
4=1869 लॉर्ड रिचार्ड मेयो
5=1872 लॉर्ड नोर्थबुक
6=1876 लॉर्ड एडवर्ड लुटेनलॉर्ड
7=1880 लॉर्ड ज्योर्ज रिपन
8=1884 लॉर्ड डफरिन
9=1888 लॉर्ड हन्नी लैंसडोन
10=1894 लॉर्ड विक्टर ब्रूस एल्गिन
11=1899 लॉर्ड ज्योर्ज कर्झन
12=1905 लॉर्ड टीवी गिल्बर्ट मिन्टो
13=1910 लॉर्ड चार्ल्स हार्डिंज
14=1916 लॉर्ड फ्रेडरिक सेल्मसफोर्ड
15=1921 लॉर्ड रुक्स आईजेक रिडींग
16=1926 लॉर्ड एडवर्ड इरविन
17=1931 लॉर्ड फ्रिमेन वेलिंग्दन
18=1936 लॉर्ड एलेक्जंद* *लिन्लिथगो
19=1943 लॉर्ड आर्किबाल्ड वेवेल
20=1947 लॉर्ड माउन्टबेटन

(ब्रिटिस राज समाप्त शासन काल 90 वर्ष लगभग)

🇮🇳आजाद भारत,प्राइम मिनिस्टर🇮🇳
1=1947 जवाहरलाल नेहरू
2=1964 गुलजारीलाल नंदा
3=1964 लालबहादुर शास्त्री
4=1966 गुलजारीलाल नंदा
5=1966 इन्दिरा गांधी
6=1977 मोरारजी देसाई
7=1979 चरणसिंह
8=1980 इन्दिरा गांधी
9=1984 राजीव गांधी
10=1989 विश्वनाथ प्रतापसिंह
11=1990 चंद्रशेखर
12=1991 पी.वी.नरसिंह राव
13=अटल बिहारी वाजपेयी
14=1996 ऐच.डी.देवगौड़ा
15=1997 आई.के.गुजराल
16=1998 अटल बिहारी वाजपेयी
17=2004 डॉ.मनमोहन सिंह
18=2014 से नरेन्द्र मोदी।

764 सालों बाद मुस्लिमों तथा अंग्रेज़ों के ग़ुलामी से आज़ादी मिली है। ये हिन्दुओं का देश है। 
यहाँ बहुसंख्यक होते हुए भी हिन्दू अपने ही देश ग़ुलाम बन के रहे और आज लोग कह रहे है। हिन्दू साम्प्रदायिक हो गए!
 
सदियों बाद नरेन्द्र मोदी तथा महाराज बाबा योगी आदित्यनाथ जी के रूप में हिन्दू की सरकार आयी है। सभी भारतियों को इन पर गर्व करना चाहिए।

ये महत्वपूर्ण जानकारी ज्यादा से ज्यादा ग्रुपों में भेजें सब युवाओं के ध्यान में रहें।

हरि ॐ

अजब-गजब

अहमदाबाद:- में अहमद कौन है?
मुरादाबाद:- में मुराद कौन है?
इलाहाबाद:- में इलाहा कौन है?
औरंगाबाद:- में औरंगजेब कौन है?
फैजाबाद:- में फैज कौन है?
फर्रुखाबाद:- में फारूख कौन है?
आदिलाबाद:- में आदिल कौन है?
साहिबाबाद:- में साहिब कौन है?
हैदराबाद:- में हैदर कौन है?
सिकंदराबाद:- में सिकंदर कौन है?
फिरोजाबाद:- में फिरोज कौन है?
मुस्तफाबाद:- में मुस्तफा कौन है?
तुगलकाबाद:- में तुगलक कौन है?
फतेहाबाद:- में फतेह कौन है?
बख्तियारपुर:- में बख्तियार कौन है?
महमूदाबाद:- में महमूद कौन है?
मुजफ़्फ़रपुर और मुजफ़्फ़रनगर:- में मुजफ़्फ़र कौन है?
बुरहानपुर:- मे बुरहान कौन?

ये सब कौन हैं? ये वही लोग हैं जिन्होंने आपके संस्कृति नष्ट की आपके मंदिर तोड़े मूर्तियों को भ्रष्ट किया और हिंदुओं को तलवार के जोर पर इस्लाम में धर्मांतरण किया । भारत के इतिहास में इनका यही योगदान है। इसके बावजूद हम लोग उनके नाम पर शहरों के नाम रख कर किस लिए याद करते हैं?

प्रिय जनों :-
योगी जी की कार्य-प्रणाली को देखकर "वास्तव" फिल्म का एक दृश्य याद आ रहा है, जिसमें संजय दत्त एक गैंगस्टर है और दीपक तिजोरी एक पुलिस अधिकारी-दोंनों बचपन के मित्र हैं!

दीपक तिजोरी संजय दत्त को समझाते हैं कि अपराध की दुनियां को छोड़ दो अन्यथा किसी दिन पकड़े जाओगे या एनकाउंटर हो जायेगा पलटकर गैंगस्टर संजय दत्त, पुलिस अधिकारी दीपक तिजोरी से पूछता है! मुझे पकड़ेगा कौन यह तुम्हारी निकम्मी पुलिस,जो मेरे सामनें कुत्तों की तरह दुम हिलाती है!

पुलिस अधिकारी बनें दीपक तिजोरी नें बहुत सुन्दर जवाब दिया था, पुलिस निकम्मी नहीं है, तेरे ऊपर भ्रष्ट और गद्दार नेताओं और सत्ता का हांथ है, जिस दिन कोई ईमानदार नेता सत्ता संभालेगा, उस दिन यही पुलिस तुझे कुत्तों की तरह घसीटते हुए ले जायेंगी, आज इन भ्रष्ट और निकम्में नेताओं नें पुलिस के हांथ बांध रखे हैं!

ये उदाहरण मैंने इस लिए दिया,ताकि आप याद कर सकें वह वक्त जब आज़म खान नें तीन घंटे एक S.S.P. को अपनें घर के बाहर खड़ा रहनें का आदेश दे दिया था।
 
जब आज़म खान ने जिलाधिकारी से जूते साफ करवाने की बात कही थी।

जब मुख्तार अंसारी ने कोतवाली में ताला डलवा दिया था। 
जब अतीक अहमद नें बीस पुलिस वालों को अपनें घर में कैद कर लिया था। 
जब इनके मुकदमों को सुनने से मजिस्ट्रेट भी मना कर दिया करते थे!

वक्त बदला एक ईमानदार संन्यासी नेता बनकर प्रदेश की गद्दी पर बैठा, देखते-देखते सब कुछ बदल गया, असहाय सी लगनें वाली पुलिस इनको घसीट-घसीट कर थानों में लाने लगी, इनके घर में घुसकर ढिंढोरा पीटने लगी, नीलामियां होनें लगीं, धड़ाधड़ बुलडोजर चलनें लगे, बड़े से बड़े माफिया और डांन सरेंडर करनें लगे!

मैं केवल आपको इतना कहना चाह रहा हूं कि जब सत्ता पर बैठा व्यक्ति ईमानदार और चरित्रवान होता है तो सबकी खुशहाली होती है, समाज का उत्थान होता है!

चुनावी बिगुल बज चुका है,आप समझदार हैं, सत्ता किनके हाथों में सौंपनी है,यह आपको सोचना है!
        
              🇮🇳 धन्यवाद 🇮🇳


👉नवाब मलिक भांग बेचकर 3000 करोड़ का नवाब हो गया।

👉मुलायम सिंह प्राइमरी के मास्टर होते हुए भी अपने पूरे परिवार को हजारों करोड़ का मालिक बना चुके हैं।

👉गरीब परिवार से आई हुई दलित मायावती बिना कोई रोजगार किये ही हज़ारों करोड़ की मालकिन हैं।

👉लालू गाय-गोबर-दूध-दही बेच कर 2000 करोड़ का मालिक बन गया।

👉चिदंबरम गमला में गोभी उगा कर 4000 करोड़ का मालिक बन गया।

👉 शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले 10 एकड़ जमीन में सब्जियों उगाके अरबों खरबों की मालिक बन गई।

👉और तो और फ़र्ज़ी गाँधी बिना कुछ किए 80000 करोड़ के मालिक बन गए, सोनिया गांधी विश्व की चौथी सबसे अमीर महिला बन गयी।

👉टिकैत अनाज बेच कर 1500 करोड़ का मालिक बन गया।

लेकिन ताज़्जुब यह कि मोदी जी और योगी जी देश बेच कर भी फ़कीर का फ़कीर ही है।

जागरूक नागरिकों उपर्युक्त विवरण में ही आपका और आने वाली संतानों का भविष्य छुपा है।

सक्षम हिंदुओ को,यह पोस्ट भारत के प्रेत्येक न्यूज पेपर में छपवाना चाहिए।

यह यज्ञ के बराबर फलदाई है।
जो समाज सेवा के नाम पर लाखों करोड़ों खर्च करते है।
यहां वहां दान देते हैं। वह भी इस धार्मिक कार्य को कर सकते हैं।

धर्म रक्षा के लिए अतिआवश्यक है।